कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने आचार्य श्री आर्जव सागर महाराज के चरणों का किया पद प्रक्षालन आचार्य श्री ने की निर्यापक की घोषणा
इंदौर
आचार्य भगवन श्री विद्यासागर जी महाराज से दीक्षित *आचार्य गुरुवर श्री 108 आर्जवसागर जी महाराज* ने आज पिच्छिका परिवर्तन के दौरान अपने परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री 108 *विलोकसागर जी महाराज* को इंदौर नगरी में *निर्यापक श्रमण* के पद से सुशोभित किया ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद जी गहलोत के साथ अनेक विशिष्ट अतिथि, सांसद, महापौर, विधायक इंदौर सहित देश विदेश से पधारे हज़ारों की संख्या में मौजूद भक्तगण एवं समस्त इंदौर समाज उपस्थित रही । राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने आचार्य श्री के चरणों का पद प्रक्षालन किया।।

आचार्य भगवान ने बताया कि उनकी बहुत अच्छी प्रभावना है, बड़े ही प्रभावक हैं एवं किसी भी कार्यक्रम को करने के पूर्व आशीर्वाद अवश्य लेते हैं। एवं आचार्य भगवान का आशीर्वाद सभी शिष्यों को निरंतर प्राप्त होता रहता है।
*मुनिश्री विलोकसागर जी* पूर्व नाम _बाल ब्रह्मचारी – चक्रेश शास्त्री_
वर्तमान में मुनि श्री विलोकसागर जी एवं मुनि श्री विबोधसागर जी द्वय महाराज मुरैना में विराजमान है। एवं वहां भी अभूतपूर्व धर्म प्रभावना कर अपने गुरु की वाणी को जन जन तक पहुंचा रहे है।

