जीवन में कोई तीर्थ हो पाए या ना हो पाए एक बार सम्मेद शिखर की वंदना कर लेना जरूरी है समता सागर महाराज
जीवन में कोई तीर्थ हो पाए या ना हो पाए एक बार सम्मेद शिखर की वंदना कर लेना जरूरी है समता सागर महाराज पारसनाथ निर्यापक श्रमण मुनि श्री समतासागर महाराज का गुणायतन श्री सम्मेदशिखर में भव्य मंगल प्रवेश हुआ। उन्होंने मंगल प्रवचन देते हुए कहा कि “जीवन में कोई तीर्थ हो पाये या न हो […]
Read More