जैसा क्षमा सागर जी का नाम था वैसे ही उनके गुण थे आगम सागर महाराज

जैसा क्षमा सागर जी का नाम था वैसे ही उनके गुण थे आगम सागर महाराज सागर परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के परम शिष्य समाधिस्थ मुनि श्री 108 क्षमा सागर महाराज की समाधि दिवस के अवसर पर बोलते हुए पूज्य मुनिश्री पुनीत सागर महाराज ने कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के संघ में […]

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मुनिश्री क्षमासागरजी को विनयांजली* विधा : कविता

*मुनिश्री क्षमासागरजी को विनयांजली* विधा : कविता सुन सुनता हूँ मैं मुनिश्री क्षमासागर जी की कहानी। जिसमें न कोई राजा और न थी कोई रानी। जन्म लिया आशादेवी और जीवन कुमार सिंघाई के घर में। सन् था वो 1957 का नाम रखा गया बालक का वीरेंद्र कुमार।     बचपन से पढ़ने लिखने और जैनधर्म […]

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दीपावली का पर्व आत्म कल्याण के साथ साथ लोक कल्याण का भी पर्व है।परमपूज्य मुनिश्री क्षमासागर जी

दीपावली का पर्व आत्म कल्याण के साथ साथ लोक कल्याण का भी पर्व है।परमपूज्य मुनिश्री क्षमासागर जी दीपावली का पर्व आत्म कल्याण के साथ साथ लोक कल्याण का भी पर्व है। दीपावली अंतरंग एवं बाह्य रोशनी एवं स्वच्छ्ता का पर्व है। पर्व की सार्थकता तब है जब हम आडंबर से बच कर ये पर्व ऐसे […]

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यदि हम सजग-सरल-संवेदनशील हैं तो कोई वजह नहीं है हमारा जीवन अच्छा न बने।”परमपूज्य मुनिश्री क्षमासागर जी

“यदि हम सजग-सरल-संवेदनशील हैं तो कोई वजह नहीं है हमारा जीवन अच्छा न बने।”परमपूज्य मुनिश्री क्षमासागर जी मुनिश्री क्षमासागर जी महाराज ने भगवान महावीर स्वामी के जीवन के एक लोक प्रचलित उदाहरण के माध्यम से उनकी ‘संवेदनशीलता’ को गहराई को समझाया हैं।       संवेदनशीलता से आशय सीमित अर्थों में केवल हमारे राग-द्वेष या […]

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हमारे अच्छे कर्म करने से दूसरे को भी अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है क्षमासागर जी महाराज

हमारे अच्छे कर्म करने से दूसरे को भी अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है क्षमासागर जी महाराज मैत्री विचार-प्रवचन *परमपूज्य मुनिश्री क्षमासागर जी *मुनिश्री क्षमासागर जी* एक पान वाले के उदाहरण के माध्यम से बताते हैं कि हमारे अच्छे कर्म करने से दूसरे को भी अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है,     अगर हम […]

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