सामूहिक अनुष्ठान के कार्य हमारे जीवन में कभी सामूहिक पाप का उदय होने नही देते सुव्रतसागर महाराज
बीना
शहर के शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में पूज्य आचार्य श्री 108 विद्यासागर महाराज के शिष्य मुनि श्री सुव्रतसागर महाराज का मंगल वर्षा योग धर्म प्रभावना के साथ हो रहा है।
रविवार की बेला में पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में अभिषेक शांति धारा जिनेंद्र भगवान की पूजन एवं आचार्य श्री की पूजन भक्ति भाव के साथ की। इस अवसर पर पूज्य मुनि श्री ने जीवन के कैसे भी समय हो प्रभु भक्ति करने की बात सभी से की। जीवन का कैसा भी समय हो प्रभु भक्ति करना नहीं छोड़ना चाहिए। महाराज श्री ने इस पर विशेष प्रकाश डाला की जो भी सामूहिक के अनुष्ठान किए जाते हैं इन सामूहिक अनुष्ठान करने से हमारे जीवन में सामूहिक पाप का उदय नही होने देते। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसीलिए सामूहिक अनुष्ठान समाज में होते रहना चाहिए। अगर मरण के बाद भी अपने को जीवित रखना है तो जिनेंद्र भगवान की प्रतिमा अवश्य विराजमान करवाना चाहिए।
मनुष्य पर्याय नष्ट होने से पहले जिसे प्रभु भक्ति में लगा दें तभी मनुष्य पर्याय में होना सार्थक होगा। पूज्यश्री ने सोमवार से लेकर शनिवार तक आप लोग व्यस्तता में रहते हैं और इसी कारण धर्म ध्यान में कमी आती है तो कम से कम इतना अवश्य करें कि रविवार के दिन को सार्थक बनाएं रविवार के दिन धर्म ध्यान अवश्य करें। जो पूरे सप्ताह ही आपके साथ रहेगा। इसी पुनीत बेला में चतुर्मास की पत्रिका का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन ब्रह्मचारी संजीव भैया ने किया।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी

