गोमाता को आचार्य गुरुवर विद्यासागर जी महाराज के बहुत करीब से हुए दर्शन
शिरपुर
जहा पूज्य गुरुदेव आचार्य विद्यासागर महाराज विधमान होते वह स्थान तीर्थ किसी तीर्थ से कम नही होता वहा अतिशय से कम नही होता।
पूज्य भगवन्त तो ज़न ज़न के आराध्य है पूज्य गुरुदेव तो शाकाहार गोशाला प्रेरक है ऐसा ही वाकया हुआ जब मनुष्य की तरह ही गाय भी आपने आराध्य गुरुवर के दर्शन कर अपना जीवन धन्य करने के लिये गुरु दर्शन को आतुर दिखाई दे रही है।और दर्शन भी हुए। यह किसी विहंगम दृश्य से कम नही।
गुरुदेव कहते है
गौशाला बनाए हम दूध की नदिया बहाए हम
दूध बेचो खून नही हम अहिसा के पुजारी है
खुद जियो औरों को भी जीने दो विद्यागुरु का ये फरमान है
माँस निर्यात बन्द करो विद्यागुरु का ये फरमान है।

इसका जिक्र 2 दिन पूर्व ही आचार्य श्री ने अपने प्रवचन में किया था कि शिरपूर जैन में पहली बार ऐसा विशेष घटित हो रहा है की हर किसी को दर्शन बहुत अच्छे से और पास मिल रहे है ।

यही नही अंतरिक्ष पार्श्वनाथ शिरपूर जैन में अपने आराध्य गुरुवर आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के दर्शन करने के लिए भारत विदेश से भी लोग आते है। गुरुवर के हर कोई मनुष्य दर्शन कर आपने जीवन को धन्य करना चाहता है।
अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमडी


 
	 
						 
						