दमोह वालों ने कुंडलपुर महोत्सव में अपने पूर्ण समर्पण के साथ योगदान से एक आदर्श प्रस्तुत किया है,संभव सागर जी जी

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दमोह वालों ने कुंडलपुर महोत्सव में अपने पूर्ण समर्पण के साथ योगदान से एक आदर्श प्रस्तुत किया है,संभव सागर जी

दमोह

निर्यापक श्रमण  मुनि श्री संभव सागर जी महाराज का  संघ सहित दमोह नगर आगमन हुआ। आगमन होने पर  समाजज द्वारा भव्य अगवानी की गई। जानकारी देते हुए सुनील वेजिटेरियन ने बताया कि मुनि संघ में 10 मुनिराज  है। साथ ही संघ मे दमोह नगर गौरव निर्मोह सागर जी महाराज भी सम्मलित है।

कुंडलपुर महामहोत्सव की अभूतपूर्व सम्पन्नता के उपरांत मुनि संघ आचार्य श्री की आज्ञा के अनुरूप विभिन्न स्थानों की और धर्म प्रभावना हेतु कदम बढ़ा रहे है।

मुनि संघ का उद्बोधन

इस अवसर पर मुनि संघ का उद्बोधन हुआ दमोह वासियों की सराहना करते हुए मुनि श्री निर्मोह सागर जी महाराज ने    ने कहा की कुण्डलपुर महामहोत्सव मे दमोह नगर वासियों का बहुत ही उत्साह व भरपूर सहयोग रहा निर्यापक मुनि श्री संभव सागर जी महाराज ने कहा कि आचार्य श्री असंभव कार्य को भी संभव कर देते हैं, पहले बड़े बाबा को नए स्थान पर उच्चासन पर बिठाना एवं उसके बाद इतना बड़ा महोत्सव आयोजित होना असंभव को संभव करना जैसा है, दमोह वालों ने कुंडलपुर महोत्सव में अपने पूर्ण समर्पण के साथ योगदान से एक आदर्श प्रस्तुत किया है, जैनियों के साथ-साथ अजैन लोगों ने भी बहुत उत्साह पूर्वक अपना सहयोग प्रदान किया, महोत्सव एक ऐतिहासिक विशाल आयोजन के रूप में सदैव स्मरण किया जाएगा। जिसमें अद्भुत घटनाएं घटित हुईं जो इसके पूर्व कभी नहीं देखी गई थीं, बड़े बाबा के अतिशय एवं छोटे बाबा आचार्य विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से यह सब संभव हो सका।

संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी

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