णमोकार तीर्थ पर भव्य पंचकल्याण महोत्सव की तैयारी जोरों पर: पारस लोहाडे

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णमोकार तीर्थ पर भव्य पंचकल्याण महोत्सव की तैयारी जोरों पर: पारस लोहाडे

राष्ट्रसंत आचार्य श्री देवनंदीजी गुरुदेव की प्रेरणा से निर्मित भव्य णमोकार तीर्थ पर आगामी फरवरी माह में होने वाला अंतर्राष्ट्रीय पंचकल्याणक महोत्सव णमोकार तीर्थ भक्त परिवार की ओर से ‘न भूतो न भविष्यती’ (अभूतपूर्व) उत्साह के साथ आयोजित किया जाएगा। यह प्रतिपादन ग्लोबल महासभा के राष्ट्रीय युवाध्यक्ष और अंतर्राष्ट्रीय पंचकल्याणक समिति के राष्ट्रीय प्रसार संयोजक पारस लोहाडे ने किया।

 

 

 

णमोकार तीर्थ पर हाल ही में आयोजित भक्त परिवार सम्मेलन को संबोधित करते हुए लोहाडे ने कहा कि आचार्य श्रीजी ने धर्म की प्रभावना के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने हजारों किलोमीटर पैदल चलकर भगवान महावीर की शिक्षा को घर-घर तक पहुंचाया और इस भव्य णमोकार तीर्थ का निर्माण किया।

शांति और उत्साह से जिम्मेदारी निभाने का आह्वान

फरवरी में होने वाले इस कार्यक्रम में 24 आचार्य और 300 से अधिक संतगण, साथ ही देश-विदेश से भक्त परिवार उपस्थित रहेंगे। पारस लोहाडे ने सभी से अपील की कि यह कार्यक्रम अत्यंत शांति और उत्साह के साथ संपन्न हो, जिसके लिए हर व्यक्ति अपनी-अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि “हम जैसे अपनी बेटी की शादी में जिम्मेदारी से काम करते हैं, ठीक उसी तरह तन-मन-धन से इस कार्य को सफल बनाने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए।” इस आह्वान पर उपस्थित लोगों ने उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया दी।

भक्त परिवार सम्मेलन का सफल आयोजननाशिक, धुले, जलगांव, और नंदुरबार जिलों के भक्त परिवार का यह सम्मेलन णमोकार तीर्थ पर उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। ज्येष्ठ सदस्य एडवोकेट जयकुमार कासलीवाल कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।

सम्मेलन के आरंभ में, भक्तों ने आचार्य श्रीजी के साथ णमोकार तीर्थ के सभी मंदिर और प्रोजेक्ट्स का अवलोकन किया और तीर्थ के महत्व को जाना। सम्मेलन की शुरुआत मालेगांव की तीर्थरक्षा कमेटी के उत्तर महाराष्ट्र अध्यक्ष राजेंद्र प्रेमचंद कासलीवाल के मंगलाचरण से हुई।

बालब्रम्हचारी वैशाली दीदी और पारस लोहाडे ने प्रोजेक्टर के माध्यम से णमोकार तीर्थ और पंचकल्याणक कार्यक्रम की रूपरेखा का प्रस्तुतीकरण किया। कई भक्तों ने इस भव्य कार्यक्रम में अपनी जिम्मेदारियां तय कीं। कुछ लोगों ने तो कार्यक्रम के दौरान 8 से 15 दिन तक यहीं रहकर स्वयंसेवक के रूप में कार्य करने की जिम्मेदारी भी ली।

कार्यक्रम का समापन आचार्य श्रीजी के प्रवचन और मार्गदर्शन से हुआ। इस अवसर पर नाशिक, नाशिक रोड, ओझर, चांदवड, सटाणा, मालेगांव, नांदगांव, मनमाड, येवला, लासलगांव, कोपरगांव, शिर्डी, धुले, जलगांव, चाळीसगाव, नंदुरबार, अहिल्यानगर, कुसुंबा, मांगीतुंगी, घोटी, इगतपुरी, उमराणा, न्यायडोगरी, बोलठाण आदि गाँवों के सकल दिगंबर जैन समाज के अध्यक्षों और सचिवों के शुभ हाथों से कलश आबंटन पुस्तिका का प्रकाशन किया गया।

 

 

प्रचार संयोजक विनोद पाटणी ने उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। इस सम्मेलन में णमोकार तीर्थ भक्त परिवार बड़ी संख्या में उपस्थित था।                                   संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी 9929747312

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