आचार्य श्री का जन्म दिवस मनाओगे तो मेरी सहमति नहीं प्रमाण सागर महाराज 

धर्म

आचार्य श्री का जन्म दिवस मनाओगे तो मेरी सहमति नहीं प्रमाण सागर महाराज 

 भोपाल 

  शरद पूर्णिमा के दिन विश्व वंदनीय आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ने इस धरा पर जन्म लिया था। इस वर्ष यह दिन 7 अक्टूबर को आ रहा है। 

 

 

शंका समाधान की बेला में आचार्य श्री 108 विद्यासागर महाराज के परम पूज्य मुनि श्री प्रमाण सागर महाराज से विद्योदय संघ के व्यक्तियों ने शंका समाधान में आचार्य श्री के अवतरण दिवस पर वाहन रैली निकाले जाने का आशीर्वाद मांगा इस पर पूज्य मुनि श्री ने कहा कि गुरुवार के स्मरण का जो भी मौका मिले हम उनका गुणानुवाद करें, उन्होंने कहा गुरुदेव का करते थे कि जन्म दिवस कभी नहीं मनाना चाहिए। वह काम हम उनकी अनुपस्थिति में कभी नहीं कर सकते। इसलिए ये कार्यक्रम आप करो जोर लगाकर करो, मेरी तरफ से कोई असहमति नहीं है। जन्म दिवस के नाम करोगे तो मेरी कोई सहमति नहीं हो पाएगी। क्योंकि मेरे आगे गुरुदेव हैं और गुरुदेव के वचन है।

      

आचार्य श्री के जीवन काल में कभी भी हमने गुरुदेव का जन्मदिन नहीं मनाया

  महाराज श्री ने सभी को संदेश देते हुए कहा कि आचार्य श्री के जीवन काल में भी कभी हमने गुरुदेव का जन्मदिन नहीं मनाया उन्होंने कहा कि तीर्थंकरों के अतिरिक्त किसी का भी जन्मदिन मनाना उचित नहीं है। गुरुदेव सिद्धांत से भी जन्मदिन मनाने क्यों मना करते थे उसे हम स्वप्न में भी स्वीकार नहीं कर सकते। हमेशा करना भी नहीं चाहिए क्योंकि हमें उनके सिद्धांतों को सुरक्षित रखना हम सब की पहली जिम्मेदारी है। वह सब हम अपने आचरण और व्यवहार से ही प्रदर्शित करेंगे।

 

 

   आचार्य श्री के जीवन दर्शन को सबके सामने लाओ उन्होंने कहा कि आचार्य श्री का जीवन अनुकरणीय है उनके जीवन दर्शन को सबके सामने लाओ, गुरु भक्ति के लिए जोक मौका मिले वो करो। आचार्य श्री के व्यक्तित्व और कृतित्व से लोगों को परिचय कराना उनके जीवन दर्शन के प्रति लोगों में जागरूकता लाना, किसी बहाने गुरुदेव को याद करके, श्रद्धा भी खूब करके सुअवसर पाना बहुत अनुकरणीय है। इसलिए आप जो करते हैं कर रहे हो अच्छे कार्य के लिए मेरा आशीर्वाद है।

 

    वाहन रैली के विषय में कहा कि वाहन रैली एक अच्छा कार्य है परंतु इसमें विवेक और मर्यादा में रहकर करना चाहिए। भक्ति का हर कार्य सिद्धांतों में रहकर ही मंगलकारी होता है। धर्म प्रभावना का जो कार्य गुरु गरिमा का जो कार्य आप लोग अपने दायरे में जो कर सकते हो करो। उन्होंने सभी को आशीर्वाद दिया और कहा कि हम उनके व्यक्तित्व कृतित्व को आत्मसात करते हुए हम उनकी जगतव्यापी प्रभावना करते रहें। मेरा आपको यही आशीर्वाद है। 

          संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी 9929747312

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