मंदिर को ध्वस्त नहीं किया हमारी आस्था परंपरा तथा आत्मा पर आघात किया है प्रमाण सागर महाराज
भोपाल
मंदिर को ध्वस्त नहीं किया हमारी आस्था,परंपरा, तथा आत्मा पर आघात किया है ऊपरोक्त उदगार संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागरजी महामुनिराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री प्रमाणसागर महाराज ने अवधपुरी भोपाल में व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि ” विलेपार्ले मुम्बई में तीस साल पुराना दिगंबर जैन मंदिर ध्वस्त कर दिया और वहा की सरकार तमाशा देखती रही उन्होंने कहा कि कोर्ट का क्या आदेश है यह तो मेरी जानकारी में नहीं लेकिन सांयकाल आदेश हुआ और सुबह बी एम सी द्वारा अमल करते हुये 30 साल पुराना दिगंबर जैन मंदिर ध्वस्त दिया गया,यह कोई साधारण इमारत नहीं थी यह हमारी आस्था का केंद्र था, इस घटना से हमारी परंपरा और हमारी आत्मा पर आघात हुआ है।
उन्होंने कहा कि “धर्म केवल एक रिवाज नहीं, बल्कि आत्म-संरक्षण का मार्ग है।मुनि श्री ने समस्त जैन धर्मावलंबियों को एकजुट होंने का आशीर्वाद देते हुये कहा कि हम सभी को अपने जिनालयों, संस्कृति और श्रद्धा की रक्षा करने के लिये एक होकर संघर्ष करना होगा तभी हम संकट से बाहर निकल पाएगे,
बी एम सी द्वारा जल्दबाजी में उठाया गया कदम है उन्होंने कहा कि नकारात्मकता का समाधान धर्म है —
और जीवन की अस्थिरताओं में स्थिर रहने के लिए भी धर्म करना आवश्यक है।
अविनाश जैन विद्यावाणी से प्राप्त जानकारी
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी 9929747312


