बड़े हितों की प्राप्ती के लिए छोटे हितों का त्याग करना पड़ता है प्रमाण सागर महाराज

धर्म

बड़े हितों की प्राप्ती के लिए छोटे हितों का त्याग करना पड़ता है प्रमाण सागर महाराज
इंदौर
बड़े हितों की प्राप्ती के लिये छोटे हितों का त्याग करना पड़ता है, दीर्घकालिक सुख के लिये अल्पकालिक सुख को त्यागना पड़ता है,जिन बातों से आपका मन खोलता है,और अप्रसन्नता होती है उन बातों को नजरअंदाज कर दो,थोड़ा सा सह लोगे तो आप सुखी और प्रसन्न रह सकते हो,सुखी और संपन्न होंने के लिये उन बातों को इग्नोर करो जो आपको असहज करती है,जितना सहजता से जीओगे अपने आपको सुखी महसूस करोगे। उपरोक्त उदगार मुनि श्री प्रमाणसागर महाराज ने कालानी नगर इंदौर में व्यक्त किये।

 

मुनि श्री ने कहा कि “धैर्य रखो और त्वरित प्रक्रिया से बचो” चवन्नी खोजने में अठन्नी का तेल मत जलाओ, छोटी मोटी बातों को नजरअंदाज करोगे तो आपके संबंध कभी खराब नहीं होंगे उन्होंने प्रसिद्ध उद्योगपति घनश्याम दास बिड़ला का उदाहरण देते हुये कहा कि एक दिन वह अपनी ओरियंटल पेपर मिल में पहुंचे तो लोगों ने कहा कि आपकी इस फैक्ट्री में बहुत अनिमियतायें है तो उन्होंने सबकी बात को सुना और कहा कि मेरी 200 फैक्ट्री है मै कहा कहा देखूगा मैं तो फाइनल बेलेंस शीट को देखता हूं यदि कंपनी ग्रोथ कर रही है तो मैं छोटी मोटी बातों को नजरअंदाज कर देता हुं।

मंच पर विराजित मुनि श्री प्रमाण सागर महाराज एवं समस्त मुनि संघ

 

मुनि श्री ने कहा कि घर हो या दुकान अथवा आंफिस यदि आप घर से ही मूड खराब करके जाओगे तो क्या आपका दिन अच्छा निकल सकता है? जीवन को यदि आनंद से भरना चाहते हो उन बातों को इग्नोर करोगे तो आपके सभी काम हो जाएगे।मुनि श्री ने कहा कि जो व्यक्ति आपके व्यापार में घाटा देता है उसे तो आप इग्नोर कर लेते हो कभी घर परिवार में कोई बात हो उन बातों को भी इग्नोर करो। जिसकी सोच पॉजिटिव होती है वह हर क्षेत्र में सफल होता है। सुखी होने के लिये अपना व्यवहार ठीक करो और समृद्ध होंने के लिये व्यापार ठीक से करोगे तो कभी असफल नहीं होगे किसी भी कार्य में अड़ो मत सभी से तालमेल बनाकर चलोगे तो जीवन में कभी उलझोगे नहीं ,यदि एडजस्टमेंट की कला सीख लोगे तो कभी किसी से कोई विवाद नहीं होगा व्यापार व्यवसाय हो या जीवन व्यवहार में धैर्य रखना चाहिये जो धैर्यवान होते है वह हर मुश्किल की घड़ी में अपनी समस्याओं को हल कर लेते है।

 

इस अवसर पर मुनि श्री निर्वेग सागर महाराज ने कहा यदि आपनेआने वाली पीढ़ी को संस्कार दे दिये तो आपका छोटे नगर से महानगर में आना सार्थक हो जाएगा। उन्होंने पाठशालाओं को व्यवस्थित रखने की बात करते हुये कहा कि समाज की सुरक्षा सु संस्कारित पाठशालाओं से है।

 

प्रवचन सभा में मौजूद भक्तों का समूह
महाराज श्री के प्रवचन को सुनने को उपस्थित जन सैलाब

इस अवसर पर मुनि श्री संधान सागर महाराज सहित समस्त छुल्लक महाराज मंचासीन थे। धर्म प्रभावना समिति के अध्यक्ष अशोक डोसी एवं प्रवक्ता अविनाश जैन ने बताया

 

दोपहर में मुनिसंघ का विहार आदिनाथ बाग रामचन्द्र नगर की और हुआ सांयकालीन शंकासमाधान होकर रात्री विश्राम यहीं रहेगा तथा रविवार को प्रातःप्रवचन एवं आहारचर्या यही संपन्न होगी। सभी बंधुओ से निवेदन है कि सही समय पर पहुंच कर धर्म लाभ लेवें।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी 9929747312

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