पूज्य मुनिश्री विनीत सागर महाराज निर्मोही साधक,
परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर महाराज कलयुग मे सतयुग के जेसी शिष्य मण्डली तैयार कर गए जो आज जैन धरम की, जिनशासन की पताका को फहरा रहे है। आज का पावन दिन सचमुच दिव्य अनुपम है। हम आज उन्ही से दीक्षित शिष्य पूज्य मुनिश्री 108 विनीत सागर महाराज का दीक्षा दिवस मना रहे है

पूज्य मुनिश्री ने राजस्थान मे महती धर्म प्रभावना की। हाडोती क्षेत्र जिसमे रामगंजमंडी, कोटा, भवानीमंडी, पिडावा आदि मे युवाओं को धर्म से जोड़ा विशेषकर रामगंजमंडी नगर जहां महाराज श्री ने करुणा और धर्म की गंगा बहाई उनकी निर्मोहिता साधना निष्प्रह्ता को बहुत ही नज़दीक से हम सभी ने देखा। उनकी चरण वन्दना का उनके समीप रहने का अवसर मुझे मिलना अपने स्वर्णिम पलो मे से एक मानता हु ।
महाराज श्री का रामगंजमंडी नगर का प्रवास स्मृति पटल सदा अंकित रहेगा ।महाराज श्री का नगर को ग्रीष्मकाल, वर्षायोग, एवं 2 बार और अवसर मिला यह ऐसे पल रहे जिसे रामगंजमंडी नगर नही भुला पाएगा।
जब वर्षा योग हेतु महाराज श्री नगर मे आए तब केवल 6 दिनों मे 190 किलोमीटर का पैदल विहार किया ।
दीक्षा दिवस की गूंज रही जयकार
तप साधना की चल रही बयार
आपकी छवि को देखकर
तृप्त नहीं होती आंखें बंदूं में बार-बार
गुरुवर की साधना पंचम काल मे चतुर्थ काल की चर्या का उदाहरण दे रही

आओ इस पावन दिन पर नमन वंदन करे।
आपका आशीष हम पर रहे यही कामना करे
आपका संयम रत्नत्रय और बढे बढे,
भोले भाले अनाथ जन के जो है पावन धाम
ऐसे विनीत सागर गुरुवर को कोटि कोटि प्रणाम

मेरा नम्र प्रणाम है, सिद्धो की श्रेणी मे आना वाला जिनका नाम है
ऐसे विनीत सागर गुरुवर को मेरा कोटि कोटि प्रणाम है
शत शत नमोस्तु अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी 9929747312

