सारा जगत धन पाकर सुखी होता है मुनि के लिए कह दिया कि तेरे पास एक कौड़ी नहीं होना चाहिए -मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराजसमयसार शिक्षण प्रशिक्षण शिविर सम्पूर्ण ग्रन्थ को कंठस्थ करने वाले हुए नगद पुरस्कार से किया सम्मानित
अशोकनगर –
-सारा जगत धन पाकर सुखी होता है मुनि के लिए कह दिया कि तेरे पास एक कौड़ी नहीं होना चाहिए आप लोग बालो को सैलून पर जाकर बालों को कटवा कर सुखी होते हैं और महावीर ने कहा कि इन बालों को अपने हाथों से खींच कर उखाड़कर भी खुश रहने को कहा गया है।

दुनिया भोजन करने में सुख मनातीं है महावीर ने साधु से कहा कि तुम बिना भोजन करके सुखी हो कर दिखाओ । इसे प्यास लगने पर पानी पी कर आहा कर रहा है ऐसे ही हमें प्यास लगने पर पानी नहीं मिले जीव चिपक गई है प्यास से बोलते नहीं बन रहा है।
तब तुम आहा करके बताओ ये घर से बहुत सुंदर वस्त्र पहन कर बाहर निकल कर सुखी हो रहा है साधु से कहा कि तू बिना कपड़े पहने सबके बीच जाकर दिखाओ , सुखी होकर दिखाओ।
साधु को कहा कि दुख उदय में आएंगा और तुझे दुखी नहीं होना ।
ताप अंदर अंदर तप रहा है दुख आया है तो रोना नहीं है नहीं तो असाता वेदनी कर्म का बंध होगा और अधिक दुःख होगा, सबसे ज्यादा दुःख सहन करने को कहा गया है साधु के लिए ।उक्त आश्य के उद्गार सुभाष गंज मैदान में विशाल धर्मसभा को संबोधित करते मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज ने व्यक्त किए ।
कंठस्थ ग्रन्थ कर दी प्रस्तुति किया गया सम्मानित
इस दौरान श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर जयपुर से पधारे विद्वान विदुशी छात्र छात्राओं ने सम्पूर्ण ग्रन्थ राज को परम पूज्य गुरुदेव मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज ससंघ के समक्ष कंठस्थ कर प्रस्तुत किया जिसमें बिटिया आर्ची जैन शास्त्री बिटिया मिति शास्त्री ,साक्षी शास्त्री, संस्कृति जैन ,हर्ष शास्त्री सहित अन्य को भक्तो की तालियों की गढ़ गढाहट के बीच सम्मानित किया गया ।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी 9929747312






