इन दो बातों में दिमाग मत लगाओ एक अपने दुख में और दूसरा पड़ोसी के सुख में शायद जीना आसान हो जाये प्रसन्न सागर महाराज
मैथना
अन्तर्मना आचार्य श्री प्रसन्न सागरजी महाराज का विहार बद्रीनाथ से हरिद्वार के लिए चल रहा है आचार्य श्री संघ ने 92km दुरी तय की हैं। विहार निरंतर चल रहा है।
विहार दरम्यान उपस्थित गुरु भक्तों को संबोधित करते हुए आचार्य श्री प्रसन्न सागरजी महाराज ने कहा कि इन दो बातों में दिमाग मत लगाओ –एक अपने दु:ख में और दूसरा पड़ोसी के सुख में,शायद जीना आसान हो जाये..!
क्योंकि अपने चिंतन को शुभ बनाइए, तो जीवन की चर्या अपने आप शुभ बन जाएगी। कभी कोई कू-विचार मन में उठे तो तुरंत ओम शांति–ओम शांति बोलते ही कू-विचार खो जाएंगे।
आचार्य श्री ने कहा यदि विचारों का वेग तीव्र हो तो आँख बंद करके दीर्घ श्वास लेते हुए ओम शांति, ओम शांति का अनुगूँज करें, तो वासना क्षीण हो जायेगी, क्रोध का आवेग गिर जाएगा। ओम शांति बोलने से ऊर्जा ऊर्ध्वगामी होने लगती है, इसलिए तुम अपने मन में कभी इस तरह के विचारों को मत आने देना और यदि कभी ऐसा गलत विचार मन में आ जाए तो उन्हें सम्मान मत देना, उन्हें सख्ती से दबा देना। तुम्हारा मन भी कभी-कभी तुम्हें ऐसी ही उल्टी-सीधी विचार देगा पर तुम सजग रहना, इन विचारों को सख्ती से कुचल देना वरना विचार तुम्हारे सुख-चैन को कुचल डालेंगे।
महाराज श्री ने कहा मन के हर गलत प्रस्ताव का जोरदार खंडन करते रहना।आज समाज और देश में विचारों का प्रदूषण है, बाहर के प्रदूषण की अपेक्षा मन का प्रदूषण ज्यादा खतरनाक है…!!!
नरेंद्र अजमेरा पियुष कासलीवाल औरंगाबाद से प्राप्त जानकारी संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी 9929747312