बांसवाड़ा नैमिष राजकुमार जैन ने 3 घंटे में मुनि श्री अजीत सागर महाराज की तस्वीर निर्मित कर गुरु चरणों में की समर्पित
वीरोदय
जब मेहनत और लगन के साथ श्रद्धा भक्ति होती है तो वह क्या से क्या कर देती है ऐसा ही कुछ कर दिखाया बांसवाड़ा के नैमिष राजकुमार जैन ने
उनके मन में जब एक धरोहर जब आचार्य श्री विद्यासागर परिवार द्वारा वीरोदय तीर्थ को समर्पित की गई तब उनके मन में भाव आया कि मैं भी एक चित्र बनाकर गुरु चरणों में अपनी भक्ति समर्पित करूं। बस मन में एक उत्साह था और उनकी तस्वीर बना डाली।
बस 3 घंटे लगातार वह इस कार्य में लग रहे जिसमें उन्होंने चारकोल पेंसिल का उपयोग कर स्केचिंग कर मुनि श्री अजीत सागर महाराज की तस्वीर निर्मित कर दी यह तस्वीर एक सजीव चित्रण प्रस्तुत करती है।
नेमिश जैन, पैशे से ग्राम विकास अधिकारी , है। उन्हें तस्वीर बनाने एवं चित्रकला में काफी रुचि है। लेकिन वे सरकारी

अधिकारी हैं इसकी वजह से कला को कम समय दे पाते है।
लेकिन काष्ठ रथ भेट करने वाले दिन जब गुरू का साक्षात दर्शन पाया तो वह अपने आप को नहीं रोक पाए। मन मे भाव जग गया की तस्वीर बनाउ, और अल्प समय मे ही तस्वीर बनाकर फ्रेम करवाई व रविवार को गुरू के समक्ष भेट की। यह तस्वीर देख गुरुदेव ने उनकी भक्ति और उनकी कला की सराहना की और मौजूद भक्तों ने भी उनका ताली बजाकर अभिनंदन किया।

निश्चित रूप से कह सकते हैं कि श्रद्धा भक्ति और कला किसी की

मोहताज नहीं होती यह नैमिष जैन ने कर दिखाया। अगर प्रोत्साहन दिया जाए समाज की ओर से तो यह कला से कहां पहुंच जाती है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हम देख सकते हैं।
अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी की रिपोर्ट 9929747312

