विश्व शांति महायज्ञ के साथ सिद्धचक महामंडल विधान संपन्न पूज्य 108 मुनिश्री अजीत सागर जी महाराज के संध सानिध्य में आठ दिवसीय सिद्ध चक्र महामंडल विधान सिद्धूघो की आराधना के साथ सहआनंद संपन्न हुआ प्रतिदिन प्रातः मुनि श्री के सानिध्य व प्रतिष्ठाचार्य सुयश प्रदीप भैया अशोक नगर मध्य प्रदेश विधानाचार्य रमेश चंद्र गांधी नौगामा विना दीदी शैलेंद्र भैया जी के सानिध्य में प्रातकालीन अभिषेक शांति धारा के पश्चात प्रतिदिन नवग्रह 24 तीर्थंकर ,जिनवाणी पूजन देव शास्त्र गुरु पूजन के बाद सिद्ध चक्र विधान के अर्ग 8 ,16,32,64 इस प्रकार प्रतिदिन बढ़ते हुए क्रम में अंतिम दिन 1024 अर्ग के साथ आठ दिवसीय विधान बड़े भक्ति भाव से गीतकार राजेश जैन के मधुर स्वर लहरों के साथ बड़े भक्ति भाव से नाचते गाते हुए गरबा नृत्य करते हुए महिलाएं केसरिया वस्त्रो में पुरुष सफेद वस्त्र में विधान के अर्ग चढ़ाऐ , एवं प्रतिदिन शाम को महा आरती के बाद दिल्ली से पधारे कलाकारों द्वारा मैना सुंदरी कृष्ण सुदामा राजा हरिश्चंद्र आदि नाटकों का मंचन किया गया उस अंतराल में पंडाल खचाखच भरा रहता पंडाल विशेष रूप से बनाया गया था उसे पंडाल में भगवान का समवरण मैं मुनि श्री बैठकर अपनी मंगल देशना सभी भक्तों को सुनाते थे मुनि श्री ने कहा कि वर्तमान युग पाश्चात्य की ओर जा रहा है हमारे बच्चों को संस्कारवान बनाना है टीवी एवं मोबाइल से बहुत दुष्प्रभाव पड़ रहा है इसे रोकने हेतु शुरुआत में ही बच्चों को जैन पाठशाला भेजना चाहिए विधान के आयोजन करता आदिनाथ कॉलोनी के सवोत पुष्पेंद्र जयंतीलाल द्वारा सोधर्मद्र कुबेर इंद्र यज्ञ नायक आदि पत्रों के माध्यम से बड़े भक्ति भाव प्रकट कर एवं उनकी ओर से पधारे हुए सभी अतिथियों को स्वरचित भोजन प्रतिदिन कराया जाता था इस अवसर पर आदिनाथ कॉलोनी परतापुर के अध्यक्ष मोहनलाल जैन लक्ष्मी लाल जैन राजेंद्र गांधी अनिल डी शाह विनोद जैन पंकज गांधी जयंतीलाल पिंड्डारमियां विधान आयोजन के परिवार से मुकेश गांधी रमलाल जैन ने अपना सहयोग प्रदान किया एवं प्रतिदिन पधारे हुए अतिथियों का माला पहनाकर दुपट्टा उड़ा कर सम्मान किया अंतिम दिन प्रातः कालीन मेला में अभिषेक शांति धारा के पश्चात प्रतिष्ठा आचार्य प्रदीप भैया रमेश गांधी के मंत्रो उच्चारण के साथ विश्व शांति महायज्ञ की आहुतियां दी गई एवं संपूर्ण विश्व में विश्व शांति हो ऐसी कामना की गई, यज्ञ के पश्चात विशाल शोभा यात्रा मुनि श्री के सानिध्य में नगर भ्रमण में बेडबाजो घोड़ा बग्गी एवं जैन पाठशाला के बच्चों द्वारा जैन धर्म की धर्म ध्वजा लिए विशाल शोभायात्रा आचार्य श्री विद्यासागर जी भगवान महावीर स्वामी के जयकारों के साथ पुनः आदिनाथ मंदिर पहुंच कर विसर्जन हुई आभार की रस्म शांति देवी लक्ष्मी देवी द्वारा की गई