जब तक हम दूसरों के चक्कर में पड़े रहेंगे तब तक पाप ही हमारे लिए भगवान है विनम्र सागर महाराज

धर्म

जब तक हम दूसरों के चक्कर में पड़े रहेंगे तब तक पाप ही हमारे लिए भगवान है विनम्र सागर महाराज
इंदौर
छत्रपति नगर स्थित दलाल बाग जैन मंदिर में अपने मंगल प्रवचन देते हुए आचार्य गुरुवर विद्यासागर महाराज के परम शिष्य मुनि श्री विनम्र सागर महाराज ने कहा कि संसार में दो तरह के लोग होते हैं। एक वो जो अपनी ही चक्कर में फंसे रहते हैं, दूसरे वे जो दूसरों के चक्कर में फंसे रहते हैं। संसार में अपने चक्कर में फंसे रहने वालों की संख्या कम और दूसरों के चक्कर में फंसे रहने वालों की संख्या अधिक है। जब तक हम दूसरों के चक्कर में पड़े रहेंगे तब तक पाप ही हमारे लिए भगवान है।

 

महाराज श्री ने कहा कि जीवन दो तरीके से जिया जाता है आंतरिक

 

 

 

होकर और व्यावहारिक होकर। चार माह मंदिर निर्माण के लिए ही नहीं, व्यक्तित्व निर्माण के लिए सोचिए सदैव सत्य बोले लोगों की मदद करें।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी 9929747312

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