संसद का नाम संसद क्यों इसकी धार्मिक व्याख्या जैन द्वारा दिया गया है इसका नाम
विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत माना जाता है जहां पूरे देश से चुने हुए लोकसभा सदस्य संसद भवन में आकर बैठते हैं और देश का शासन चलाते है।
क्या कभी सोचा की संसद का नाम संसद क्यों है यदि इस पर व्याख्या की जाए तो इसका धार्मिक अर्थ और इसके धार्मिक प्रमाण मिलते हैं और पता लगता है कि यह नाम जैनों द्वारा दिया गया है। इसका उल्लेख किस प्रकार है।
संसद को संसद नाम जैनों ने दिया है ! आचार्यसमन्तभद्र देव ने स्वयंभू स्त्रोत में समवशरण के लिए संसद शब्द का प्रयोग किया है !इसके विषय में बताया गया है कि जिस प्रकार समवशरण में गाय और एस शेर बिना किसी बैर भाव के मैत्री
भाव पूर्वक एक साथ बैठते हैं उसी प्रकार सभी विरोधीनेता संसद में एक साथ मैत्री भाव पूर्वक बैठते हैं !
संकलित संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी 9929747312