हमारे गुरुदेव आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने जो सपना देखा था वह बड़े बाबा के मंदिर के रूप में सरकार हो गया सुव्रत सागर महाराज
दमोह
बड़े बाबा जन जन के आराध्य देव हैं विश्व के प्रत्येक भक्त के हृदय में विराजमान है बड़े बाबा का मंदिर विश्व की धरोहर है हमारे गुरुदेव आचार्य विद्यासागर जी ने जो सपना देखा था वह बड़े बाबा के मंदिर के रूप में सरकार हो गया, उनकी भावना थी कि यह किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि सभी भक्तों का मंदिर बने। बड़े बाबा के मंदिर के निर्मित होने के बाद जब उनसे पूछा गया कि गुरुदेव आपको कैसा लग रहा है तो उन्होंने कहा था स्वर्ग से सुंदर और सपनों से प्यारा बड़े बाबा का दरबार। यह उदगार मुनिश्री सुव्रतसागर महाराज ने सागर नाका जैन स्कूल प्रांगण में आयोजित अपने मंगल प्रवचन में व्यक्त किए।
मुनि संघ के सागर नाका पहुंचने पर राष्ट्रीय जैन शिक्षण समिति के साथ सागर नाका मंदिर समिति एवं भक्तों ने मंगल अगवानी की। राष्ट्रीय शिक्षा समिति के द्वारा प्रवचन स्थल पर जैन स्कूल की नवीन बिल्डिंग बनाने की योजना प्रस्तावित की गई। बिल्डिंग के निर्माण के लिए अनेक दानदाता द्वारा दान राशि घोषित की गई। सिविल वार्ड भाई जी मंदिर, राजीव कॉलोनी, विजयनगर एवं वसुंधरा नगर के भक्तों ने मुनि संघ के मंगल आगमन के लिए निवेदन करते हुए श्रीफल अर्पित किए।
क्षुल्लक श्री 105 उधम सागर जी महाराज ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा कि श्रावक के दान और पूजा दो कर्तव्य हैं धन से दुर्गति का नाश होता है। पुण्य की उदय से तिजोरी अपने आप भर जाती है और पाप के उदय में खाली हो जाती है। यह पंचम काल का पुण्य है कि हमें पंचकल्याणक द्वारा पाषाण से परमात्मा बनाने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। यह दमोह का नहीं भगवान का पंचकल्याणक है। पंचकल्याणक की भूमि का स्पर्श अवश्य करना चाहिए। मीडिया प्रभारी सुनील वेजीटेरियन ने बताया कि 30 नवंबर को सुबह 8:30 बजे सिविल वार्ड भाई जी मंदिर एवं राजीव कॉलोनी में मुनि संघ के मंगल प्रवचन होंगे एवं आहारचार्य संपन्न होगी।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी 9929747312