हाइलाइट्स
- सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देती मासूम की तस्वीर दिल चीरकर रख देगी
- शुक्रवार को सीडीएस रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को कामराज मार्ग स्थित आवास पर लाया गया
- गृह मंत्री अमित शाह, एनएसए डोभाल, राहुल गांधी, शरद पवार जैसी तमाम हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि
दिल्ली के कामराज मार्ग स्थित सीडीएस जनरल बिपिन रावत का घर। तिरंगे में लिपटे 2 ताबूत। उन्हें आखिरी सलाम दे श्रद्धांजलि देतीं हस्तियां। हर आंख नम है। तिरंगे में लिपटे एक ताबूत में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल रावत चिर निंद्रा में सोए हैं। बगल में दूसरे ताबूत में उनकी पत्नी मधुलिका रावत का पार्थिव शरीर है। यह सुबह बहुत उदास है। बुधवार सुबह इसी घर से सीडीएस रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत एयरपोर्ट के लिए निकले थे। तब किसे पता था कि दोनों तिरंगे में लिपटकर लौटेंगे।
आखिरी नमन!
गृह मंत्री अमित शाह, एनएसए अजीत डोभाल, राहुल गांधी, हरियाणा के सीएम मनोजर खट्टर, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, एनसीपी चीफ शरद पवार, तीनों सेनाओं के बड़े अफसर…चिर निंद्रा में लेटे जनरल के आगे एक के बाद एक नतमस्तक होतीं हस्तियां। आम लोग भी अपने हीरो का अंतिम झलक देखने को बेताब।
दिल चीर देगी यह तस्वीर
एक झटके में और एक साथ अपने माता-पिता को खो देने वालीं सीडीएस रावत की दोनों बेटियों का दर्द कल्पनाओं से परे है। एक बेटी की गोद में 4-5 साल का मासूम। अबोध बच्चा। सामने तिरंगे में देश का हीरो चिर निंद्रा में लेटा है। बच्चे की आंखें कौतूहल में आस-पास देख रही हैं।
उसे नहीं पता कि तिरंगे में कौन लिपटा है। उसे नहीं पता कि इतनी भीड़ क्यों हैं। उसे फूल दिया जाता है चढ़ाने को। उसे कहा जाता है नमन करने को। सीडीएस रावत को श्रद्धांजलि देते इस मासूम का दृश्य दिल चीर देने वाला है। टीवी पर इस दृश्य को करोड़ों लोग देख रहे हैं। करोड़ों आंखें नम हैं।
वो मनहूस घड़ी जिसने देश से छीन लिया पहला CDS
जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत बुधवार सुबह दिल्ली के इसी घर से पालम एयरपोर्ट के लिए निकले थे। उन्हें तमिलनाडु के वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में लेक्चर देने जाना था। पालम एयर पोर्ट से एयर फोर्स के एक विमान से सीडीएस रावत सुलुर एयर बेस पहुंचते हैं। वहां से वह, उनकी पत्नी और 12 अन्य अफसर हेलिकॉप्टर से वेलिंगटन के लिए रवाना होते हैं। लेकिन मंजिल से महज 10-15 किलोमीटर पहले हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो जाता है और देश से उसके पहले सीडीएस को हमेशा-हमेशा के लिए छीन लेता है। आज पूरा देश उस मनहूस घड़ी को कोस रहा है। अपने हीरो को आखिरी विदाई दे रहा है। अलविदा जनरल।