यह जीवन निर्वाह के लिए नहीं अपितु निर्माण के लिए प्राप्त हुआ है। अभय सागर महाराज

धर्म

यह जीवन निर्वाह के लिए नहीं अपितु निर्माण के लिए प्राप्त हुआ है। अभय सागर महाराज
दमोह
मनुष्य का जीवन कमाने धमाने में ही निकल जाता है बहुत ही विरले जीव यह सोच पाते हैं कि हमें यह मनुष्य जन्म क्यों प्राप्त हुआ खाने और खिलाने में ही पूरा जीवन बर्बाद जाता है वह यह नहीं समझ पाता कि यह जीवन निर्वाह के लिए मिला अथवा किसी विशेष उद्देश्य के लिए मिला है गुरुदेव कहते हैं की हमें यह जीवन निर्वाह के लिए नहीं अपितु निर्माण के लिए प्राप्त हुआ है।

 

उपरोक्त विचार निर्यापक मुनि श्री अभय सागर जी महाराज ने सिविल वार्ड भाई जी मंदिर में प्रातः कालीन प्रवचनों में अभिव्यक्त किये।इसके पूर्व मंगलाचरण उपरांत एस जे एम के द्वारा आचार्य विद्यासागर जी महाराज की संगीतमय पूजन की गई इस मौके पर शास्त्र दान करने का सौभाग्य रूपचंद जैन शोभा जैन सौरभ गौरव के परिवार को प्राप्त हुआ,उनके परिवार को निर्यापक मुनि श्री अभय सागर जी को आहार दान देने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ दिगंबर जैन पंचायत अध्यक्ष सुधीर सिंघई

 

 

 

पंचकल्याणक महोत्सव संयोजक महेश दिगंबर सोधर्म इंद्र सुनील डबुलिया सीएमएचओ मुकेश जैन पूर्व सीईओ रूपचंद जैन नवीन निराला पवन जैन विवेक नायक शैलेंद्र मयूर संजीव शाकाहारी सुनील वेजीटेरियन विकल्प जैन विनय जैन आदि ने द्रव्य समर्पित की इस अवसर पर डॉ देवेंद्र जैन नेमचंद बजाज राहुल लहरी सुनील इलेक्ट्रिकल आदि ने मंडलेश्वर बनकर महोत्सव में सहभागी होने के लिए श्री फल समर्पित किया।
मुनिश्री ने अपने मंगल प्रवचन में आगे कहा कि मनुष्य जीवन भर कमाता है और अपनी कुटिया को ही महल बनाने के लिए कर्तव्य करता रहता है किंतु वह कभी मोक्ष महल को पाने के लिए प्रयास नहीं करता मुक्ति प्राप्त करने के लिए जिन दीक्षा धारण करना जरूरी है तुष अलग मास अलग अर्थात आत्मा अलग शरीर अलग यह भेद विज्ञान जिसे आ जाता है उसकी आत्मा परमात्मा बनते देर नहीं लगती अनंत काल की भटकन दूर हो जाती है शिवनगर वह है जहां से मोक्ष की यात्रा प्रारंभ होती है शिव का अर्थ मोक्ष होता है पंचकल्याणक में आत्मा से परमात्मा बनते हुए निकट से देखने का सौभाग्य मिलता है।

 

इसके पूर्व क्षुल्लक 105श्री गरिष्ठ सागर जी महाराज ने अपने मंगल उद्बोधन ने कहा कि जैन दर्शन पतित से पावन की ओर ले जाता है प्रभु की भक्ति करने से परमात्मा के पद को प्राप्त किया जा सकता है भक्ति के प्रभाव से भगवान भक्त को भी अपना जैसा बना लेते हैं। पंचकल्याणक पाषाण से परमात्मा बनने की यात्रा है महोत्सव में ठंड की परवाह नहीं करना ठंड तो हर वर्ष आती है किंतु महोत्सव कभी कबार आते हैं यह पंचकल्याणक जिसमें परम पूज्य आचार्य श्री का अंतिम आदेश था और नवाचार्य का प्रथम आदेश है जीवन में समस्या कभी कम नहीं होती समस्या जब भी कम होती है जब हम तीन लोक के नाथ के पास जाते हैं
मीडिया प्रभारी सुनील वेजीटेरियन ने बताया कि दिनांक 1 दिसंबर को मुनि संघ की आहार चर्या नेमीनगर कॉलोनी में संपन्न होगी प्रातः 8:30 बजे मुनि श्री के मंगल प्रवचन होंगे।

पूर्व मंत्री एवं विधायक जयंत मलैया ने महोत्सव स्थल का निरीक्षण किया
आगामी 4 दिसंबर से 9 दिसंबर तक दमोह के शिव नगर कॉलोनी में निर्यापक मुनि श्री अभय सागर जी महाराज के ससंघ मंगल सानिध्य में होने जा रहे पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव एवं विश्व शांति महायज्ञ के आयोजन स्थल का प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री एवं दमोह के वर्तमान विधायक जयंत मलैया ने निरीक्षण किया एवं कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया कार्यकर्ताओं की उन्होंने सराहना की इस मौके पर आयोजन समिति के मुख्य संयोजक महेश दिगंबर सोधर्म इंद्र सुनील डबुलिया दिगंबर जैन पंचायत अध्यक्ष सुधीर सिंघई महामंत्री पदम खली सहसंयोजक रेशु सिंगइ पंडित आशीष अभिषेक जैन कुबेर रिंकू खजरी विवेक नायक आदि की उपस्थिति रही।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी 9929747312

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