भगवान महावीर 2550 निर्वाण महोत्सव अन्तर्राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता का पुरस्कार समारोह किशनगढ़ में हुआ सम्पन्न, 4 लाख रुपए की राशि के पुरुस्कार बांटे गए
किशनगढ़, राजस्थान।।
अंकलीकर परम्परा के चतुर्थ पट्टाचार्यश्री 108 सुनीलसागर महाराज के आशीर्वाद एवं प्रेरणा से एवं आर्यिकाश्री 105 सम्पूर्णमती माताजी* के निर्देशन में आचार्य आदिसागर अंकलीकर अन्तर्राष्ट्रीय जाग्रति मंच मुंबई द्वारा भगवान महावीर स्वामी के 2550वें निर्वाण महोत्सव के पावन प्रसंग पर भगवान महावीर स्वामी अन्तर्राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भगवान महावीर स्वामी की निर्वाण महोत्सव से प्रारंभ होकर भगवान के जन्म कल्याणक तक आयोजित की गई।
निबंध का विषय वर्तमान में भगवान महावीर स्वामी के सिद्धान्तों की प्रासंगिकता पर आयोजित की गई। प्रतियोगिता के प्रधान संयोजक डॉ. आशीष जैन आचार्य शाहगढ़ सागर मुख्य समन्वयक दीपेश जैन बिंदायका जयपुर ने बताया की इस प्रतियोगिता में सम्पूर्ण विश्व से अनेक भाषाओं में निबंध लेखन किया। हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, प्राकृत, कन्नड़, मराठी, गुजराती, जैपनीज, फ्रेंच आदि भाषाओं में निबंध प्राप्त हुए। इसमें लगभग 400000/- चार लाख रूपये के पुरस्कार रखे गए। यह प्रतियोगिता तीन समूहों में आयोजित की गई।
प्रथम समूह में स्कूल एवं कॉलेज के छात्रों को सम्मिलित किया गया जिनकी आयु सीमा 13 से 21वर्ष की रही। द्वितीय समूह में 21 से 40* वर्ष तक और तृतीय में 40 वर्ष से अधिक आयु को सम्मिलित किया गया। 24 विशिष्ट पुरस्कार 50 ग्राम चाँदी का सिक्का भी प्रदान किया गया। सम्पूर्ण प्रतियोगिता ऑनलाइन मोड पर भी गई।
निबंध लेखन के लिए 5200 के लगभग पंजीयन हुए थे और 885 निबंध प्राप्त हुए। इन निबंधों का मूल्यांकन देश के विषय एवं भाषा विशेषज्ञों द्वारा किया गया। इसके परिणाम की घोषणा दिनाँक 7 अक्टूबर 24 को आचार्यश्री सुनीलसागरजी महाराज के सान्निध्य में किशनगढ़ राजस्थान में किया गया।
जिसमें प्रथम समूह के अन्तर्गत प्रथम स्थान – श्री आर्जव अतिवीर माद्रप जालना महाराष्ट्र को 51000/- इक्यावन हजार रूपये की राशि, द्वितीय स्थान – श्री पीयूष कुमार मुकेशभाई शाह रामगढ़ बीवर राजस्थान को 31000/- इकतीस हजार रूपये की राशि, तृतीय स्थान – अनूप कृष्वाण बरसुदी पौडी गढ़वाल उत्तराखण्ड को 21000/- इक्कीस हजार रूपये की राशि, द्वितीय समूह में प्रथम स्थान – डॉ. अरिहंत जैन पंचकुला हरियाणा को 51000/- इक्यावन हजार रूपये की राशि, द्वितीय स्थान – डॉ.नेहा जैन जयपुर को 31000/- इकतीस हजार रूपये की राशि, तृतीय स्थान – श्री अक्षत कुमार जैन नैनवां बूंदी को 21000/- इक्कीस हजार रूपये की राशि, तृतीय समूह में प्रथम स्थान – डॉ.नीति जैन सतना म.प्र. को 51000/- इक्यावन हजार रूपये की राशि, द्वितीय स्थान – श्री अंशुल जैन सहारनपुर उ.प्र. को 31000/- इकतीस हजार रूपये की राशि,, तृतीय स्थान – डॉ. सुबोध जैन मारौरा इंदौर म.प्र. को 21000/- इक्कीस हजार रूपये की राशि एवं 50 ग्राम चाँदी का सिक्का* प्राप्त करने वाले विशिष्ट पुरस्कार प्राप्त करने वाले श्रीमती एकता जैन दिल्ली, श्री सम्यक आर जैन हासन कर्नाटक, श्री ए ए सनादी बेलगाम कर्नाटक, डॉ. अनेकान्त कुमार जैन दिल्ली, श्रीमती रंजीता एम एस हासन कर्नाटक, श्रीमती पूनम संदीप गरीबे नागपुर महाराष्ट्र, डॉ. सुरभि जैन बांसवाड़ा राजस्थान, निकिता दसादिया अहमदाबाद गुजरात, कु. भव्या जैन बरायठा म.प्र., श्रीमती रंजना पटोरिया कटनी म.प्र., श्रीमती शिरोमणि छिंदवाड़ा म.प्र., श्री पवन उखलकर वाशिम महाराष्ट्र, कु. आराध्य प्रिया देवघर झारखण्ड, कु. सुहानी जैन दिल्ली, श्रीमती स्वाति जैन तिरुवल्लू तमिलनाडू, कु. निकिता जैन बूंदी राजस्थान, श्रीमती पुष्पा पंकज फरिया थाणे महाराष्ट्र, श्रीमती स्नेहल संजय छाजड़ अहमदाबाद गुजरात, श्री मनोज कुमार जैन ललितपुर उ.प्र., डॉ. सीमा सिंह भरतपुर राजस्थान, श्री गिरीश जैन दिल्ली, श्री जवाहर लाल जैन सोलापुर महाराष्ट्र, श्री यश जैन जयपुर राजस्थान, श्रीमती प्रियंका काला जयपुर राजस्थान का पुरस्कार समारोह का आयोजन दिनाँक 29 अक्टूबर 2024 को आयोजित किया गया। सभी पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों का सम्मान चेक/50ग्राम चांदी का सिक्का, प्रशस्ति पत्र, अंकसूची, प्रमाण-प्रमाण, प्रतीक चिह्न, शॉल, दुपट्टा, श्रीफल, माला, तिलक, आचार्यश्री सुनीलसागरजी महाराज प्रणीत सत्साहित्य कर किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में सुप्रसिद्ध मार्बलव्यापारी भामाशाह जैनरत्न जैन गाैरव श्रीमान् अशोक जैन पाटनी सुशाली पाटनी परिवार के द्वारा समस्त पुरस्कार प्राप्त करने वालों को सम्मान प्राप्त करने का गाैरव प्राप्त हुआ।
अतिथि के रूप में श्री विनोद पाटनी अध्यक्ष श्री मुनिसुव्रतनाथ दिगम्बर जैन पंचायत, श्री सुभाष बडजात्या – मंत्री श्री मुनिसुव्रतनाथ दिगम्बर जैन पंचायत, श्री कैलाश पाटनी – संयोजक वर्षायोग समिति किशनगढ़, श्री प्रकाश काला आदि की उपस्थिति रही।
इस कार्यक्रम में प्रतियोगिता से प्रभावित होकर श्रीमान् मिट्ठूलाल जैन जयपुर द्वारा वर्तमान में भगवान महावीर स्वामी के सिद्धान्तों पर पुस्तक का लेखन कर आचार्यश्री को समर्पित की। उन्होंने गुरुभक्ति का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अपने श्रेष्ठ मनोभावों को हजारों श्रद्धालुओं के साथ व्यक्त किया एवं कार्यक्रम में चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन, पाद प्रक्षालन एवं शास्त्र भेंट का सौभाग्य प्राप्त किया।डॉ. सुमन जैन उज्जैन ने भी इस प्रतियोगिता से प्रभावित होकर पुस्तक का लेखन किया।
आचार्य आदिसागर अंकलीकर अन्तर्राष्ट्रीय मंच के यशस्वी अध्यक्ष श्री अजीत कासलीवाल, कार्याध्यक्ष श्री कमल कासलीवाल, महामंत्री श्री जितेन्द्र शाह, कोषाध्यक्ष श्री कल्याण तलवंडिया, कार्यकारिणी सदस्य श्री भगवती राजवत, श्री विश्वसेन मिण्डा, श्री मयंक संखेश्वर, श्री सुरेन तलाटी, श्रीमती प्रेरणा शाह, श्री विशालजी कराडिया, श्री पारस नवाडिया, श्री प्रदीपजी हंडावत, श्री अनिल जी डागडे को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया।
श्री सुनील सागर युवा संघ भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान विकास जैन बड़जात्या भी उपस्थित रहे।
प्रतियोगिता के संयोजक मण्डल डॉ. राजेश जैन शास्त्री ललितपुर, डॉ. आशीष जैन शास्त्री बम्हौरी, डॉ. ममता जैन पुणे, श्री अरूण जैन शास्त्री जबलपुर, श्री विजय जैन शास्त्री शाहगढ़ रहे। मंच संचालन विद्वत्श्री सुनील सुधाकर शास्त्री द्रोणगिरि एवं डॉ. राजेश जैन शास्त्री ललितपुर द्वारा किया गयाप्रतियोगिता पुरुस्कार पुण्यार्जक परिवार श्रीमान् राजकुमार-मनोज-अजय जैन ऋषभविहार दिल्ली,श्रीमान् हंसकुमार-श्वेता-हिमांशु-ऋषभ जैन ऋषभविहार दिल्ली,श्रीमान् विजयकुमार-मंजू जैन ऋषभविहार दिल्ली,डॉ. मनोज -कुंकुम जैन ऋषभविहार दिल्ली रहे।
संकलित जानकारी के साथ अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी की रिपोर्ट 9929747312