सत्य के लिए शपथ की जरूरत नहीं होती विमल सागर महाराज
खिमलासा
परम पूज्य मुनि श्री 108 विमल सागर महाराज ने गुरुवार की बेला में उत्तम सत्य धर्म पर प्रवचन देते हुए कहा कि सत्य के लिए शपथ की जरूरत नहीं होती। मंजिल पाने के लिए रथ की जरूरत नहीं होती, निराशा को मजबूत और बुलंद करना पड़ता है। दिव्या सामग्री से पूजन करें। अपने जीवन में नशा नहीं करें, सभी को अष्टमूल संस्कार धारण करना चाहिए।
सत्य तो त्यौहार जैसा हो गया है जो कभी-कभी दिखाई देता है अनंत सागर महाराज
इस बेला में मुनि श्री अनंत सागर महाराज ने भी उत्तम सत्य धर्म पर प्रकाश डाला और उन्होंने कहा कि सत्य तो त्यौहार जैसा हो गया है, जो कभी-कभी दिखाई देता है, सत्य के कारण अनेक परेशानियां आती है, लोग उसे पर विश्वास नहीं करते। सत्य बोलने से बुद्धि का विकास होता है। आगामी पर्याय के लिए पुन इकट्ठा नहीं करेंगे तो क्या होगा, सत्य बोलने से बहुत फायदा हुआ यह एक दृष्टांत के माध्यम से मुनि श्री ने बताया। इस बेला में मुनिश्री भावसागर महाराज ने भी अपनी वाणी से कृतार्थ करते हुए कहा कि आत्मा को श्रेष्ठ बनाता है सत्य धर्म, सत्य अपनी आत्म साक्षात्कार का साधन है आत्मा अनुभूति की वस्तु है।
संकलन अभिषेक जैन लुहाड़िया रामगंजमंडी 9929747312